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चंबा की संस्कृति को पहचान: हिमालयन फोक फेस्टिवल में चंबा की संस्कृति की प्रस्तुति, तीसरा स्थान और 1 लाख रुपये का पुरस्कार।
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सन्नू राम उर्फ बिट्टू प्रेमी का योगदान: चलो चंबा अभियान के तहत लोक गीतों से संस्कृति को किया प्रदर्शित।
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संगीत और कला के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय मंच: भारत समेत कई देशों के कलाकारों ने इस फेस्टिवल में लिया भाग।
Himalayan Folk Festival 2025: पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित हिमालयन फोक फेस्टिवल में चंबा की समृद्ध संस्कृति ने अपनी अनूठी पहचान बनाई। नाट ऑन मैप संस्था के “चलो चंबा” अभियान के तहत भाग लेने पहुंचे लोक गायक सन्नू राम उर्फ बिट्टू प्रेमी ने चंबियाली गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। फेस्टिवल में चंबा जिला को तीसरा स्थान मिला और 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।
इस फेस्टिवल का आयोजन वर्णमाला परिवार और एक्ट संस्था द्वारा 10 से 12 जनवरी तक किया गया था, जिसमें हिमालयी क्षेत्र के 150 से अधिक कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक झलक प्रस्तुत की। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और विजेता कलाकारों को सम्मानित किया। फेस्टिवल में ठठरी पश्चिम बंगाल ने पहला और नेपाल ने दूसरा स्थान हासिल किया।
चंबा के लोक गायक सन्नू राम ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया, “यह मेरे लिए गर्व की बात है कि चलो चंबा अभियान के माध्यम से मुझे अपनी कला और संस्कृति को देश-विदेश के मंच पर प्रदर्शित करने का मौका मिला।”
नाट ऑन मैप संस्था के सह-संस्थापक मनुज शर्मा ने कहा, “यह अवार्ड चंबा की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है। हमारा उद्देश्य है कि चंबा की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को अधिक से अधिक लोग जान सकें।”
हिमालयन फोक फेस्टिवल न केवल कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि क्षेत्रीय भाषाओं और सांस्कृतिक विविधताओं को भी एकजुट करता है। यह आयोजन चंबा जिला और उसकी संस्कृति के लिए गौरव का विषय है।